अपने क्षितिज का विस्तार करना
Add to Favouritesमत्ती 5:7 धन्य हैं वे, जो दयावन्त हैं, क्योंकि उन पर दया की जाएगी।.
जब आप कोई ऐसी गलती करते हैं जिसका परिणाम वास्तव में आपको भुगतना चाहिए, तो आपको कैसा लगता है जब जिस व्यक्ति को आपने चोट पहुंचाई है, वह आपकी आलोचना करने के बजाय, आपको दंडित करने के बजाय, आपकी गलती को अनदेखा कर दे?
दिलचस्प सवाल है, है ना? हम जानते हैं कि हमारे साथ क्या होना चाहिए, लेकिन इसके बजाय पीड़ित पक्ष हम पर दया दिखाने का विकल्प चुनता है।
मेरे एक मित्र अपना एक अनुभव बताते हुए कहते हैं- “अब से कुछ साल पहले, जिन मसीही लोगों को मैंने सक्रिय रूप से सताया था, जिन्हें मैं जानबूझकर भला बुरा कहता था, उन्हीं लोगों ने मुझे रहने के लिए जगह दी जब मैं बेघर था। जब मैं रोया तो वे मेरे साथ रोए। क्यों, उन्होंने मुझे घ्रणा के बजाय, अपनी करुणा दी।
मित्रों, इसे दया कहते हैं। आज मेरे मित्र परमेश्वर के प्रचारक हैं यहां क्योंकि परमेश्वर से प्रेम करने वाले लोगों ने न्याय के ऊपर दया को चुना। यीशु ने कहा …
मत्ती 5:7 धन्य हैं वे, जो दयावन्त हैं, क्योंकि उन पर दया की जाएगी।.
जब दुनिया हमें बताती है कि हमें क्या मिलन चाहिए, तो हमारे लिए आत्मसंतुष्ट होना बहुत आसान हो जाता है। जब दूसरे हमारी भावनाओं को ठेस पहुँचाते हैं तो नाराज होना बहुत आसान होता है। लेकिन, अभी इसी समय, यीशु हमें – आपको और मुझे – दयालु होने के लिए बुला रहे हैं।
और यह आश्चर्यजनक है कि जब हम सक्रिय रूप से दया दिखाने के अवसरों की तलाश करना शुरू करते हैं, तो मसीह के लिए हमारा प्रभाव और बढ़ता है। उसके राज्य के निर्माण के लिए पवित्र आत्मा की जीवन-परिवर्तनकारी शक्ति हम में प्रवाहित होती है। और हमारे क्षितिज का विस्तार होता है।
यह सच है कि, दुनिया में फैली गंदगी के बारे में ,या जो लोग गलत काम कर रहें हैं, हमें सता रहें हैं, हमें चोट पहुँचा रहें हैं, उनके बारे में शिकायत करना आसान है।
लेकिन परमेश्वर की योजना आपके और मेरे जैसे बदले हुए लोगों का उपयोग करने की है… दुनिया को बदलने के लिए। दया दिखाने के लिए आपके पास क्या अवसर हैं? क्योंकि …धन्यहैंवे, जोदयावन्तहैं, क्योंकिउनपरदयाकीजाएगी।
यह परमेश्वर का ताज़ा वचन है। आज … आपके लिए… ।