बिल्कुल सही परिवार
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रोमियों 5:3-8 केवल यही नहीं, वरन हम क्लेशों में भी घमण्ड करें, यही जानकर कि क्लेश से धीरज। 4 ओर धीरज से खरा निकलना, और खरे निकलने से आशा उत्पन्न होती है। 5 और आशा से लज्ज़ा नहीं होती, क्योंकि पवित्र आत्मा जो हमें दिया गया है उसके द्वारा परमेश्वर का प्रेम हमारे मन में डाला गया है। 6 क्योंकि जब हम निर्बल ही थे, तो मसीह ठीक समय पर भक्तिहीनों के लिये मरा। 7 किसी धर्मी जन के लिये कोई मरे, यह तो र्दुलभ है, परन्तु क्या जाने किसी भले मनुष्य के लिये कोई मरने का भी हियाव करे। 8 परन्तु परमेश्वर हम पर अपने प्रेम की भलाई इस रीति से प्रगट करता है, कि जब हम पापी ही थे तभी मसीह हमारे लिये मरा।
निस्संदेह समय-समय पर, आपने सोचा होगा: “काश मेरा परिवार भी अन्य लोगों की तरह सामान्य होता!” क्योंकि, हम अभी भी “आदर्श परिवार” की परी कथा में विश्वास करते हैं। जी हाँ! जिस तरह बच्चे टूथ फेयरी और सांता क्लॉस में विश्वास करते हैं।
मैं आज आपके साथ पवित्रशास्त्र का एक अंश बांटना चाहता हूं, जिसका सतही तौर पर आपके परिवार से कोई लेना-देना नहीं है, लेकिन फिर भी …
रोमियों 5:3-8 केवल यही नहीं, वरन हम क्लेशों में भी घमण्ड करें, यही जानकर कि क्लेश से धीरज।
4 ओर धीरज से खरा निकलना, और खरे निकलने से आशा उत्पन्न होती है।
5 और आशा से लज्ज़ा नहीं होती, क्योंकि पवित्र आत्मा जो हमें दिया गया है उसके द्वारा परमेश्वर का प्रेम हमारे मन में डाला गया है।
6 क्योंकि जब हम निर्बल ही थे, तो मसीह ठीक समय पर भक्तिहीनों के लिये मरा।
7 किसी धर्मी जन के लिये कोई मरे, यह तो र्दुलभ है, परन्तु क्या जाने किसी भले मनुष्य के लिये कोई मरने का भी हियाव करे।
8 परन्तु परमेश्वर हम पर अपने प्रेम की भलाई इस रीति से प्रगट करता है, कि जब हम पापी ही थे तभी मसीह हमारे लिये मरा।
जब हम पापी ही थे तब यीशु आपके और मेरे लिए मरा; जबकि हम विद्रोही और हमारा व्यवहार निंदनीय था। इसके द्वारा उसने हमें दिखाया कि वह हमसे कितना प्रेम करता है।
तो इसी तरह जब आपके सामने परिवारिक परेशानियां आती हैं और चली जाती हैं, क्या आप भी ऐसा ही करेंगे? क्या आप अपने धैर्य, अपनी आशा, अपने बलिदान से उन्हें दिखाएंगे कि आप उनसे कितना प्यार करते हैं? क्या आप ऐसा करेंगे?
यह परमेश्वर का ताज़ा वचन है। आज … आपके लिए… ।