समझ से परे
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मरकुस 2:15-17 फिर ऐसा हुआ कि यीशु उसके घर भोजन करने बैठा, और बहुत से कर वसूलनेवाले और पापी भी यीशु और उसके शिष्यों के साथ भोजन करने लगे; क्योंकि वे बहुत थे जो उसके पीछे चल रहे थे। 16जब उन फरीसियों ने जो शास्त्री थे देखा कि वह पापियों और कर वसूलनेवालों के साथ भोजन कर रहा है तो उसके शिष्यों से कहने लगे, “वह कर वसूलनेवालों और पापियों के साथ क्यों खाता-पीता है?” 17यह सुनकर यीशु ने उनसे कहा,“वैद्य की आवश्यकता स्वस्थ लोगों को नहीं बल्कि बीमारों को है। मैं धर्मियों को नहीं बल्कि पापियों को बुलाने आया हूँ।”
ज़रा सोचिए, अगर कोई मशहूर व्यक्ति जैसे पॉप स्टार, कोई मशहूर फिल्म कलाकार, कोई भी ऐसा व्यक्ति जो काफी मशहूर है – अचानक आपके घर डिनर के लिए आ जाए तो आप क्या करेंगे?
हाल ही में मुझे किसी ने बताया कि एक बार प्रिंस चार्ल्स ने (जब वे राजा नहीं बने थे )एक दौरे के दौरान अचानक खुद को किसी के घर दोपहर की चाय के लिए आमंत्रित कर लिया। अब इस व्यक्ति के घर में अफरा-तफरी मच गई ताकि यह सुनिश्चित किया जा सके कि दोपहर कि चाय के लिए सब इंतजाम बढ़िया हो। यहाँ तक की सामने का दरवाजा खोलते समय भी वह व्यक्ति शांत और संयमित दिख रहा था। जबकि वास्तव में ऐसा था नहीं। यह उसके लिए काफी सम्मान की बात थी !
कल हम चुंगी लेने वाले लेवी से मिले – जिससे उसके शहर के लोग घृणा करते थे। लेकिन फिर प्रसिद्ध धर्म गुरु यीशु आते हैं और एक अजीब बात होती है – .
मरकुस 2:15-17 15 फिर ऐसा हुआ कि यीशु उसके घर भोजन करने बैठा, और बहुत से कर वसूलनेवाले और पापी भी यीशु और उसके शिष्यों के साथ भोजन करने लगे; क्योंकि वे बहुत थे जो उसके पीछे चल रहे थे। 16जब उन फरीसियों ने जो शास्त्री थे देखा कि वह पापियों और कर वसूलनेवालों के साथ भोजन कर रहा है तो उसके शिष्यों से कहने लगे, “वह कर वसूलनेवालों और पापियों के साथ क्यों खाता-पीता है?” 17यह सुनकर यीशु ने उनसे कहा,“वैद्य की आवश्यकता स्वस्थ लोगों को नहीं बल्कि बीमारों को है। मैं धर्मियों को नहीं बल्कि पापियों को बुलाने आया हूँ।”
जी हाँ, यीशु बहिष्कृत लोगों, वेश्याओं और शराबियों के बीच रहे। लेकिन वह उन्हें खुश करने, उनके पाप का समर्थन करने नहीं आए थे। क्योंकि यीशु के साथ रहने के बाद, वे लोग बहिष्कृत, वेश्या या शराबी नहीं रह गए थे। उनका जीवन बदल गया था।
मसीह की उपस्थिति एक पल में किसी का भी जीवन बदल सकती है। आपका जीवन भी ।
यह परमेश्वर का ताज़ा वचन है। आज … आपके लिए …।