अंधेरे में ना चलो ।
We're glad you like it!
Enjoying the content? You can save this to your favorites by logging in to your account.
यूहन्ना 12:44-46 यीशु ने पुकारकर कहा, जो मुझ पर विश्वास करता है, वह मुझ पर नहीं, वरन मेरे भेजने वाले पर विश्वास करता है। 45 और जो मुझे देखता है, वह मेरे भेजने वाले को देखता है। 46 मैं जगत में ज्योति होकर आया हूं ताकि जो कोई मुझ पर विश्वास करे, वह अन्धकार में न रहे।
ऐसा लगता है कि जीवन में आगे बढ़ने का एक सबसे अच्छा तरीका है – लोगों को प्रभावित करना, उन्हें अपनी प्रतिभा से चकाचौंध करना। शायद इसी को “सफलता के लिए तैयार” कहा जाता है।
हममें से बहुतों का यह अनुभव होगा की जब हम पहली बार अपने होने वाले पति या पत्नी से मिले, तो हम निश्चित रूप से उन्हें प्रभावित करना चाहते थे; उनका ध्यान आकर्षित करने के लिए; उसका दिल जीतने के लिए। और यह स्वाभाविक है। लेकिन फिर जब हमारी शादी को कई साल बीत जाते हैं, तो हमें प्रभावित करने की आवश्यकता नहीं रहती। तब हम एक दूसरे को जानते हैं। समझते हैं। दोनों परिस्थितियों में बड़ा अंतर है। और परमेश्वर के साथ भी ऐसा ही है।
यीशु में विश्वास करने वालों में से बहुत से लोग इस बोझ के साथ जीते हैं कि उन्हें कल की गलतियों का प्रायश्चित करने के लिए और यीशु को प्रभावित करने के लिए कड़ी मेहनत करनी पड़ेगी । लेकिन ऐसा बिल्कुल नहीं है। क्योंकि …
इफिसियों 2:4,8 … परन्तु परमेश्वर ने जो दया का धनी है; अपने उस बड़े प्रेम के कारण, जिस से उस ने हम से प्रेम किया।क्योंकि विश्वास के द्वारा अनुग्रह ही से तुम्हारा उद्धार हुआ है, और यह तुम्हारी ओर से नहीं, वरन परमेश्वर का दान है।
शायद आपको आज यह सुनने की आवश्यकता है: परमेश्वर को प्रभावित करने के लिए इतनी मेहनत करना बंद करें जिसने पहले ही आप पर अपना अनुग्रह उंडेला है। आप अपने काम से उसका दिल नहीं जीत सकते … यह उसका मुफ्त उपहार है जो आपको पहले से ही यीशु के द्वारा दिया गया है।
हम उद्धार पाने के लिए अच्छे कार्य नहीं करते हैं। हम अच्छे काम इसलिए करते हैं क्योंकि हम बचाए गए हैं।
यह परमेश्वर का ताज़ा वचन है। आज … आपके लिए… ।