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Berni - ceo, Christianityworks

अपने दिल का विस्तार करें

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और उस नगर के बहुत 4:39-42 यूहन्ना सामरियों ने उस स्त्री के कहने से, जिस ने यह गवाही दी थी, कि उस ने सब कुछ जो मैं ने किया है, मुझे बता दिया, विश्वास किया। तब जब ये सामरी उसके पास आए, तो उस से बिनती करने लगे, कि हमारे यहां रह: सो वह वहां दो दिन तक रहा। और उसके वचन के कारण और भी बहुतेरों ने विश्वास किया। और उस स्त्री से कहा, अब हम तेरे कहने ही से विश्वास नहीं करते; क्योंकि हम ने आप ही सुन लिया, और जानते हैं कि यही सचमुच में जगत का उद्धारकर्ता है॥

पिछले कुछ दिनों से, हम एक थके हुए, भूखे प्यासे यीशु की इच्छा के बारे में बात कर रहे हैं कि यहूदियों और सामरी लोगों के बीच सांस्कृतिक विभाजन को पार करने के लिए, उसने इस महिला के साथ कुएं पर परमेश्वर के प्रेम को कैसे समझाया

मैं आपके बारे में तो नहीं जानता, लेकिन मुझे उन लोगों को नापसंद करना बहुत आसान लगता है जो मुझसे असहमत हैं, जिसका अर्थ है कि इस तरह के आपत्तिजनक लोगों से शारीरिक और भावनात्मक रूप से अलग हटने का एक बड़ा प्रलोभन है। उन पापियों तक पहुंचने और उनसे प्यार करने की तुलना में, हम अपने साथ सहमत होने वालों से घिरे हुए, अपने स्वयं के स्थान में खुद को बंद रखने मे कहीं अधिक सुरक्षित होते है, क्यों ठीक है न ?

और फिर भी यीशु ने कई सांस्कृतिक सीमाओं को पार करके कुएँ पर उस महिला तक परमेश्वर का संदश पहुंचाया जिसका प्रभाव एक मुलाकात से बहुत बड़कर था। बाइबल मे लिखा है

यूहन्ना 4:39-42 और उस नगर के बहुत सामरियों ने उस स्त्री के कहने से, जिस ने यह गवाही दी थी, कि उस ने सब कुछ जो मैं ने किया है, मुझे बता दिया, विश्वास किया।तब जब ये सामरी उसके पास आए, तो उस से बिनती करने लगे, कि हमारे यहां रह: सो वह वहां दो दिन तक रहा।और उसके वचन के कारण और भी बहुतेरों ने विश्वास किया।और उस स्त्री से कहा, अब हम तेरे कहने ही से विश्वास नहीं करते; क्योंकि हम ने आप ही सुन लिया, और जानते हैं कि यही सचमुच में जगत का उद्धारकर्ता है॥

निश्चित रूप से, हम चीजों को सुरक्षित रूप से देख सकते हैं और अपने आप से चिपके रह सकते हैं, लेकिन यह कभी नहीं जान सकते हैं कि हमारे माध्यम से इस दुनिया में परमेश्वर का कितना बड़ा – विशाल – प्रभाव होगा। या हम कमजोर हो सकते हैं, अपने दिलों का विस्तार कर सकते हैं, जब हम थके हुए, प्यासे और भूखे होते हैं, तो उस पार पहुंच सकते हैं – और परमेश्वर की आत्मा को इस तरह से आगे बढ़ते हुए देख सकते हैं जिसकी हमने कभी कल्पना भी नहीं की होगी।

आज ही अपने दिल का विस्तार करें।

यह परमेश्वर का ताज़ा वचन है। आज आपके लिए..।