इमागो देइ
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उत्पत्ति 5:1,2 आदम की वंशावली यह है। जब परमेश्वर ने मनुष्य की सृष्टि की तब अपने ही स्वरूप में उसको बनाया। 2उसने नर और नारी करके मनुष्यों की सृष्टि की और उन्हें आशीष दी, और उनकी सृष्टि के दिन उनका नाम आदम रखा।
हम में से प्रत्येक के पास खुद को देखने का एक तरीका है। कि हम किस लायक हैं, या कि हम दूसरो की तुलना में कैसे हैं। जिस तरह हम अपने आप को देखते हैं इसे हम अपनी “आत्म-छवि” कहते हैं। काश हम खुद को उस तरह से देख सकें जिस तरह से परमेश्वर हमें देखता है। क्योंकि तब दृष्टि कोण का परिवर्तन … सब कुछ बदल देगा!
लोग मुझे अक्सर बताते थे कि मैं अपने पिता की तरह चलता हूं। “आपका मतलब क्या है?” मैं उनसे पूछता और वे सिर्फ मुस्कुरा कर रह जाते थे।
और फिर एक दिन, मैंने खुद को टेलीविजन पर देखा। यह पंद्रह मिनट का इंटरव्यू था और मैंने जो कुछ देखा, उसे देख कर मैं पूरी तरह से चौंक गया। मेरे सभी तौर तरीके, बात करने का अंदाज़, हाथो का इस्तेमाल और चेहरे के हावभाव ऐसा लगा मानो मैं अपने पिता को देख रहा हूँ। मुझे विश्वास ही नहीं हुआ।
मसिहियों का मानना है कि हम परमेश्वर की छवि में बने हैं। धर्मशास्त्री इसे लैटिन भाषा मे “इमागो देई” कहते हैं। “इसका क्या मतलब है?”
उत्पत्ति 5:1,2 आदम की वंशावली यह है। जब परमेश्वर ने मनुष्य की सृष्टि की तब अपने ही स्वरूप में उसको बनाया। 2उसने नर और नारी करके मनुष्यों की सृष्टि की और उन्हें आशीष दी, और उनकी सृष्टि के दिन उनका नाम आदम रखा।
इसका मतलब है कि चाहे हम पुरुष हों या महिला, परमेश्वर ने हमें अपने स्वरूप मे बनाया है। और ईमानदारी से, जितना अधिक मैं लोगों को देखता हूं कि वे कितने रचनात्मक और भले और आश्चर्यजनक और प्रतिभावान हैं तो मुझे बढ़ा आनंद मिलता है। और मैं इस निष्कर्ष पर पहुंचता हूं कि, मसिहियों के इस दावे मे बहुत सच्चाई है। “इमागो देई” कोई धोखा नहीं है। ”
लेकिन अपने पाप के कारण , हम परमेश्वर को जो अनंत और असीम हैं, समझ नहीं पाते। और मेरा मानना है कि अगर हम में से प्रत्येक जब अपने आप को आईने में देखे और उस तरह से देखे जिस तरह से परमेश्वर हमें देखता है तो हम विस्मय से भर कर यही कहेंगे, “सच मे मुझे मालूम ही नहीं था!”
जब परमेश्वर ने हमें बनाया, तो उसने हमें अपनी छवि मे बनाया।
यह परमेश्वर का ताजा वचन है। आज। … आपके लिए…