कोई सेवा बहुत छोटी नहीं है
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1 पतरस 4:8-10 और सब में श्रेष्ठ बात यह है कि एक दूसरे से अधिक प्रेम रखो; क्योंकि प्रेम अनेक पापों को ढांप देता है।9 बिना कुड़कुड़ाए एक दूसरे की पहुनाई करो। 10 जिस को जो वरदान मिला है, वह उसे परमेश्वर के नाना प्रकार के अनुग्रह के भले भण्डारियों की नाईं एक दूसरे की सेवा में लगाए।
एक चीज जो मुझे आपके साथ रहने मे पसंद है, वह है वास्तविक खुला, पारदर्शी और सच्चा बने रहना – क्योंकि मैं आपकी तरह ही एक कमजोर और अपूर्ण व्यक्ति हूं। इसलिए आज का दिन उन दिनों में से एक है जहां मुझे खुद को एक बुरे उदाहरण के रूप में इस्तेमाल करने का मौका मिला है।
यहाँ मैं दिन-प्रतिदिन क्या करता हूँ। मैं इस तरह के संदेश तैयार करता हूं। उन्हें रिकॉर्ड करने के लिए रेडियो स्टूडियो में जाता हूं और मैं एक ऐसी सेवा का नेतृत्व करता हूं जो हर दिन सचमुच लाखों लोगों तक यीशु की खुशखबरी पहुंचाता है।
लेकिन दूसरी तरफ, मैं स्वाभाविक रूप से उस तरह का व्यक्ति नहीं हूं जो बस स्टॉप पर बैठ कर बातचीत शुरू करता है और किसी को यीशु के बारे में बताता है । यह एक अलग ही उपहार है।
तो मेरे लिए दुनिया में सबसे आसान काम खुद को धोखा देना होगा यदि मैं कहूँ कि मेरे लिए आमने-सामने बात करना आसान है क्योंकि मैं उसे किसी और के लिए छोड़ दूँ। मुझे ऐसा नहीं लगता बाइबल मे लिखा है
1 पतरस 4:8-10 सब से बढ़कर एक दूसरे से अधिक प्रेम रखो, क्योंकि प्रेम तुम्हें बहुत से पापों को क्षमा करने के लिये तैयार करता है। अपने घरों को एक दूसरे के लिए खोलें और बिना किसी शिकायत के अपना भोजन साझा करें। परमेश्वर ने आपको कई अलग-अलग तरीकों से अपना अनुग्रह दिखाया है। इसलिए अच्छे सेवक बनो और जो कुछ भी उपहार उसने तुम्हें दिया है उसका उपयोग इस तरह करो कि वह एक दूसरे की सर्वोत्तम सेवा कर सके।
लोगों को गहराई से प्यार करना, उनके साथ भोजन करना, उन्हें परमेश्वर का अनुग्रह दिखाना… वे सब एक-दूसरे के लिए हैं। वे कभी-कभी कठिन, और असुविधाजनक होता है । लेकिन यह सब परमेश्वर के लिए बहुत मायने रखता है!
तो हम दोनों के लिए, आपके और मेरे लिए, हमारी भेंट और बुलाहट चाहे जो भी हो, लोगों को एक-एक करके खोजना है, उन्हें गहराई से प्यार करना है, उनके साथ संगति करना है… क्योंकि इसी तरह परमेश्वर जीवन बदलता है – उनका और हमारा।
यह उसका ताज़ा वचन है। आज आपके लिए…