दर्द नहीं तो लाभ भी नहीं
We're glad you like it!
Enjoying the content? You can save this to your favorites by logging in to your account.
रोमियों 15:4 इस धर्मग्रन्थ में जो कुछ पहले लिखा गया था, वह हमारी शिक्षा के लिए लिखा गया था, ताकि हमें उस से धैर्य तथा सांत्वना मिलती रहे और इस प्रकार हम अपनी आशा बनाये रख सकें।
जब आप कठिन समय से गुजर रहे होते हैं, तो यह देखना बहुत मुश्किल होता है कि परमेश्वर क्या कर रहा है। यह सच है। लेकिन, जब आप कठिन दौर से गुजर रहे हों, तो यह जान लें कि परमेश्वर कुछ अच्छा करने के लिए तैयार हैं … सचमुच …..कुछ बहुत अच्छा!
मेरे एक मित्र हैं जिन्हें अगर किसी एक चीज़ से नफरत है तो वह है … दौड़ना। अपने सैनिक प्रशिक्षण के दिनों में, उन्हें बहुत दौड़ना पड़ता था और उनका ऐसा मानना है कि उनका शरीर दौड़ने के लिए नहीं बना है। वह कहते हैं कि “मुझे अभी भी अपने पैरों में दर्द, हवा के लिए हांफना, यह महसूस होना याद है कि जैसे मेरे फेफड़े फटने वाले हैं।”
दूसरी ओर, आप उन्हें भारी सामान दे दें जिसे अपनी पीठ पर लाद कर वह पहाड़ीयों और दुर्गम रास्तों पर कई दिनों तक चल सकते हैं, जबकि कई धावक ऐसा नहीं कर पाएंगे।
यह सब सहनशक्ति कि बात है और मुझे लगता है कि हम सभी इसे अलग अलग तरीके से विकसित करते हैं … लेकिन जैसा कि स्कूल में हमारे पीटी मास्टर हम पर चिल्लाते थे- कोई दर्द नहीं, कोई लाभ नहीं! सहनशक्ति से साथ भी कुछ ऐसा ही है।
रोमियों 15:4 इस धर्मग्रन्थ में जो कुछ पहले लिखा गया था, वह हमारी शिक्षा के लिए लिखा गया था, ताकि हमें उस से धैर्य तथा सांत्वना मिलती रहे और इस प्रकार हम अपनी आशा बनाये रख सकें।
यहाँ दृढ़ता के लिए जो शब्द प्रयोग किया गया है, उसका शाब्दिक अर्थ है धीरज। और पीटी मास्टर सही थे- धीरज बनाने का केवल एक ही तरीका है, और वह है कठिन तरीका.. दर्दनाक तरीका, मानों आपके फेफड़े फटने के लिए तैयार हैं। लेकिन जैसे-जैसे हम उस धीरज को विकसित करते हैं, कठिन समय के दौरान उस दृढ़ता को परमेश्वर के वचन के प्रोत्साहन के साथ जोड़तें है … वास्तव में कुछ आश्चर्यजनक होता है।
हमारा परमेश्वर यहोवा हमारे दिलों में एक ऐसी आशा पैदा करता है जो हमें कभी नहीं छोड़ती। एक उम्मीद जो कभी निराश नहीं करती।
… ताकि हमें उस से धैर्य तथा सांत्वना मिलती रहे और इस प्रकार हम अपनी आशा बनाये रख सकें।
यह परमेश्वर का ताज़ा वचन है। आज …आपके लिए…।