प्रभु के लिए यह करो
We're glad you like it!
Enjoying the content? You can save this to your favorites by logging in to your account.
1 पतरस 2:13,15,16 प्रभु के लिये मनुष्यों के ठहराए हुए हर एक प्रबन्ध के आधीन में रहो, राजा के इसलिये कि वह सब पर प्रधान है। क्योंकि परमेश्वर की इच्छा यह है, कि तुम भले काम करने से निर्बुद्धि लोगों की अज्ञानता की बातों को बन्द कर दो। और अपने आप को स्वतंत्र जानो पर अपनी इस स्वतंत्रता को बुराई के लिये आड़ न बनाओ, परन्तु अपने आप को परमेश्वर के दास समझ कर चलो।
महामारी समाज, सरकारों और व्यक्तियों पर दबाव डालने में अगर कुछ करती है, तो वह संघर्ष और असंतोष पैदा करती है। हमने पिछले अठारह महीनों में इसे दुनिया भर में देखा है। हमने इसे अपने पिछवाड़े में भी देखा है। दबाव संघर्ष पैदा करता है।
तो हम क्या करें? क्या हमें आँख बंद करके बुरे राजनीतिक नेतृत्व का समर्थन करना चाहिए? क्या हमें खुलकर बोलना चाहिए? या हमें चुप रहना चाहिए, क्या उनके अधीन रहना चाहिए, या अपने नेताओं के कुकर्मों में शामिल होना चाहिए। यह आसान नहीं है। उस समय के अधिकारियों द्वारा मसिहियों को उग्र सताव के बीच लिखते हुए, प्रेरित पतरस यह कहता है:
1 पतरस 2:13,15,16 प्रभु के लिये मनुष्यों के ठहराए हुए हर एक प्रबन्ध के आधीन में रहो, राजा के इसलिये कि वह सब पर प्रधान है।क्योंकि परमेश्वर की इच्छा यह है, कि तुम भले काम करने से निर्बुद्धि लोगों की अज्ञानता की बातों को बन्द कर दो।और अपने आप को स्वतंत्र जानो पर अपनी इस स्वतंत्रता को बुराई के लिये आड़ न बनाओ, परन्तु अपने आप को परमेश्वर के दास समझ कर चलो।
बेशक, ऐसे समय होते हैं जब हमें गलतियों के खिलाफ बोलने की जरूरत होती है। लेकिन अक्सर, मैं तथाकथित “मसिहियों ” को इस पार्टी या उस, इस नेता या उस पार्टी के नेता के खिलाफ बोलते हुए देखता हूं। क्यों? सिर्फ इसलिए क्योंकि सोशल मीडिया के होने के कारण, हम विचारों के क्रोध और आलोचना को लगातार प्रयोग करते प्रतीत होते हैं।
क्या होगा, इसके बजाय, हम जो खुद को मसीह के नाम से बुलाते हैं – अपने जीवन को अच्छा करने के लिए इस्तेमाल करें ? हम असहमत होने पर भी अच्छे दिल से सरकारों की बात मानते हैं। कीचड़ उछालने में भाग न लेने का चुनाव करते हुए हमें जब लगता है कि बुराई के खिलाफ बोलना जरूरी है तो ऐसा सा ज्ञान और प्रेम के साथ करें ।
ईश्वर यही चाहता है। आज़ाद लोगों की तरह जियें , लेकिन अपनी आज़ादी को बुराई करने का बहाना न बनाएं । परमेश्वर की सेवा करने वालों की तरह जियो।
यह परमेश्वर का ताज़ा वचन है। आज .आपके लिए.।