बस वहाँ होना मायने रखता है
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1 शमूएल 1:6-8 परन्तु उसकी सौत इस कारण से, कि यहोवा ने उसकी कोख बन्द कर रखी थी, उसे अत्यन्त चिढ़ाकर कुढ़ाती रहती थीं। और वह तो प्रति वर्ष ऐसा ही करता था; और जब हन्ना यहोवा के भवन को जाती थी तब पनिन्ना उसको चिढ़ाती थी। इसलिये वह रोती और खाना न खाती थी। इसलिये उसके पति एल्काना ने उस से कहा, हे हन्ना, तू क्यों रोती है? और खाना क्यों नहीं खाती? और मेरा मन क्यों उदास है? क्या तेरे लिये मैं दस बेटों से भी अच्छा नहीं हूं?
जब कोई दर्द मे होता है, तो एक स्वाभाविक प्रवृत्ति (विशेषकर मैं हम पुरुषों के लिए कहूँ) तो समस्या को हल करने का प्रयास करना होता है। एक समाधान प्रस्तुत करना और यदि समाधान नहीं है, तो निश्चित रूप से समस्या को दूर करने के लिए कोई तर्क देना । लेकिन क्या यह समस्या का हाल है ?
चलिए हम आज फिर से हन्ना की कहानी के साथ आगे बढ़ते हैं – एक निःसंतान महिला जो बहुत दर्द मे थी। ऐसी कई महिलाएं आपको बताएंगी, की उसके जीवन में जो भावनात्मक खालीपन था उसे केवल एक चीज से भरा जा सकता था: उनका अपना बच्चा। आइए इस कहानी को आगे देखते हैं : बाइबल मे लिखा है
1 शमूएल 1:6-8 परन्तु उसकी सौत इस कारण से, कि यहोवा ने उसकी कोख बन्द कर रखी थी, उसे अत्यन्त चिढ़ाकर कुढ़ाती रहती थीं।और वह तो प्रति वर्ष ऐसा ही करता था; और जब हन्ना यहोवा के भवन को जाती थी तब पनिन्ना उसको चिढ़ाती थी। इसलिये वह रोती और खाना न खाती थी।इसलिये उसके पति एल्काना ने उस से कहा, हे हन्ना, तू क्यों रोती है? और खाना क्यों नहीं खाती? और तेरा मन क्यों उदास है? क्या तेरे लिये मैं दस बेटों से भी अच्छा नहीं हूं?
हमने कल पेनिन्ना के बारे मे सुना जो हन्ना को बहुत बुरा भला कहती थी और उसे चिड़ाती थी । और हमने देखा है कि कैसे एल्काना ने हन्ना को उसके दर्द मे प्यार से समझाने की कोशिश की। लेकिन यहाँ, बिल्कुल स्पष्ट रूप से – और पुरुष, पति, सुनो – वह उसके लिए काफी नहीं था।
हे हन्ना, तू क्यों रोती है? और खाना क्यों नहीं खाती? और तेरा मन क्यों उदास है? क्या तेरे लिये मैं दस बेटों से भी अच्छा नहीं हूं?
दोस्तों, यह आखिरी चीज है जो उसे इतनी गहरी चोट के बीच चाहिए कि हम उसे समझाना शुरू करें, यह है आत्म-केंद्रित, पुरुष तर्क। उसे बस आपके वहां रहने की जरूरत है। उसे बस समझने की जरूरत है। उसे बस आपकी रक्षा करने और आपकी उपसतिथि की जरूरत है। बस।
यह परमेश्वर का ताज़ा वचन है। आज आपके लिए।