... helping you be all that God made you to be, because He plans on shining His light into this world through you.

Berni - ceo, Christianityworks

यीशु का तरीका अलग है

We're glad you like it!

Enjoying the content? You can save this to your favorites by logging in to your account.

Register or Login

Add to Favourites

मरकुस 7:32-36 और लोगों ने एक बहिरे को जो हक्ला भी था, उसके पास लाकर उस से बिनती की, कि अपना हाथ उस पर रखे। तब वह उस को भीड़ से अलग ले गया, और अपनी उंगलियां उसके कानों में डालीं, और थूक कर उस की जीभ को छूआ। और स्वर्ग की ओर देखकर आह भरी, और उस से कहा; इप्फत्तह, अर्थात खुल जा। और उसके कान खुल गए, और उस की जीभ की गांठ भी खुल गई, और वह साफ साफ बोलने लगा। तब उस ने उन्हें चिताया कि किसी से न कहना; परन्तु जितना उस ने उन्हें चिताया उतना ही वे और प्रचार करने लगे।

Listen to the radio broadcast of

यीशु का तरीका अलग है


Download audio file

एक बात तो है , हम सभी चाहते हैं कि लोग पारंपरिक हो और उनका अनुमान लगाया जा सके । हम में से कोई भी इसे पसंद नहीं करता है जब लोग बिल्कुल विपरीत व्यवहार करते हैं और हमें आश्चर्यचकित करते हैं। और फिर भी, जितना अधिक आप यीशु के बारे में सीखते हैं, उतना ही अधिक आप पाते हैं, कि वह वास्तव में उन्ही लोगों में से एक है।

कल्पना करें कि आप किसी भी बीमारी को ठीक करने की क्षमता रखने वाले परमेश्वर के पुत्र हैं। और उसके कारण, आपको अपने दिन के धार्मिक नेताओं के साथ समस्याएँ हो रही हैं। एक बहरा आदमी आपके पास चंगा होने के लिए आता है। तो आप क्या करते हैं – क्या आप इसे गुप्त रूप से चंगा करते हैं, या बाहर जहां हर कोई देख सकता है?

मुझे पता है कि अगर एक तरफ मेरे आलोचक होते और दूसरी तरफ इस तरह की सामर्थ्य , तो मुझे यकीन है कि मैं क्या करता – ठीक है। लेकिन यीशु ने ऐसा नहीं किया …बाइबल में लिखा है

मरकुस 7:32-36 और लोगों ने एक बहिरे को जो हक्ला भी था, उसके पास लाकर उस से बिनती की, कि अपना हाथ उस पर रखे। तब वह उस को भीड़ से अलग ले गया, और अपनी उंगलियां उसके कानों में डालीं, और थूक कर उस की जीभ को छूआ। और स्वर्ग की ओर देखकर आह भरी, और उस से कहा; इप्फत्तह, अर्थात खुल जा। और उसके कान खुल गए, और उस की जीभ की गांठ भी खुल गई, और वह साफ साफ बोलने लगा। तब उस ने उन्हें चिताया कि किसी से न कहना; परन्तु जितना उस ने उन्हें चिताया उतना ही वे और प्रचार करने लगे। 

हम चाहते हैं कि ईश्वर पारंपरिक, हो जिसका अनुमान लगाया जा सके । लेकिन अक्सर वह इसके विपरीत होता है। किसी भी मामले में, हम यह कहने के लिए कौन हैं, “कि परमेश्वर इस तरह से काम कर या उस तरह से “? हम कौन हैं जो इस परमेश्वर के चारों ओर सीमाएँ स्थापित करें   जिसने ब्रह्मांड की रचना की है।

सुनिए , परमेश्वर अपनी तरह से काम करता है।

और यह उसका ताज़ा वचन है। आज आपके लिए।



We use cookies to improve your browsing experience, analyse site traffic & personalise content, but we do not track you when you leave this site. To find out how we utilise & protect your data, check out our "Privacy Policy".

Privacy Policy

Sorry, no video available

Due to the 2020 COVID-19 situation there’s no video for this program. Enjoy the audio & text and remember, there’s lots more in the Media Lounge. Thank you for your understanding.

Visit the Media Lounge