लोगों में निवेश
We're glad you like it!
Enjoying the content? You can save this to your favorites by logging in to your account.
गलतियों 5:13,14 हे भाइयों, तुम स्वतंत्र होने के लिये बुलाए गए हो परन्तु ऐसा न हो, कि यह स्वतंत्रता शारीरिक कामों के लिये अवसर बने, वरन प्रेम से एक दूसरे के दास बनो। क्योंकि सारी व्यवस्था इस एक ही बात में पूरी हो जाती है, कि तू अपने पड़ोसी से अपने समान प्रेम रख।
मैं चाहता हूं कि आप पृथ्वी के एक व्यक्ति के बारे में सोचें जो आपको सबसे अधिक निराश करता है, जो आपको सबसे अधिक परेशान करता है। उनके चेहरे का चित्रण करें , अब मुझे आपसे यह पूछना है कि : परमेश्वर आज आपसे उस एक व्यक्ति के लिए क्या करने के लिए कह रहा है ?
इन दिनों, ऐसा लगता है कि कुछ ही लोग दूसरों में निवेश करने के लिए तैयार हैं। किसी संस्था में कोई नया काम करना शुरू करता है, और यदि वह बहुत उपयुक्त नहीं होते हैं तो प्रबंधक सोचता है, “ओह नहीं, यह बहुत कठिन है,” और उन्हे निकाल दिया जाता हैं। संस्थाएं केवल लोगों से लेना ही जानती हैं और बहुत कम हैं जो लोगों में निवेश करते हैं । यह इन दिनों दुनिया का तरीका लगता है।
और फिर भी परमेश्वर का पुत्र पृथ्वी पर आता है, एक साथ चेलों को जमा करता है – कुछ मछुआरे, कर लेने वाले – उनके बीच कोई धर्मशास्त्री या अनुभवी प्रबंधक या रणनीतिक योजनाकार नहीं था , और फिर उनके जीवन में साढ़े तीन साल का निवेश करता है । और यह सब आसान नहीं था। उन्होंने उसे निराश किया। उन्होंने उसे नाराज किया वह एक समय पूछता है “मुझे इस विश्वासहीन पीढ़ी के साथ कब तक सहन करना होगा ?”
सशक्तीकरण इन दिनों मैनिज्मन्ट का महत्वपूर्ण शब्द है – लेकिन दुख की बात है, कि यह सब बहुत बार होता नहीं है।
मैं सोचता हूँ कि अगर हम दूसरों के लिए अपना जीवन निवेश करते हैं तो यह दुनिया कैसी दिखेगी?
गलतियों 5:13,14 हे भाइयों, तुम स्वतंत्र होने के लिये बुलाए गए हो परन्तु ऐसा न हो, कि यह स्वतंत्रता शारीरिक कामों के लिये अवसर बने, वरन प्रेम से एक दूसरे के दास बनो। क्योंकि सारी व्यवस्था इस एक ही बात में पूरी हो जाती है, कि तू अपने पड़ोसी से अपने समान प्रेम रख।
आपके जीवन में, आपके परिवार में, जिस संस्था में आप काम करते हैं, वह कौन है, जिसमे परमेश्वर आप को निवेश करने के लिए, सशक्त बनाने के लिए कह रहा हैं? वह कौन है?
प्रेम से एक दूसरे के दास बनो। यह परमेश्वर का ताज़ा वचन है। आज आपके लिए।