विश्वास के कटे-फटे किनारे
We're glad you like it!
Enjoying the content? You can save this to your favorites by logging in to your account.
मत्ती 6:6 परन्तु जब तू प्रार्थना करे, तो अपनी कोठरी में जा; और द्वार बन्द कर के अपने पिता से जो गुप्त में है प्रार्थना कर; और तब तेरा पिता जो गुप्त में देखता है, तुझे प्रतिफल देगा।.
मुझे यह कहते हुए दुख होता है कि धर्म, या धार्मिकता, अगर मैं इसे कह सकता हूं, एकदम नकली है। आप सभी रीतियों से गुजरते हैं, लेकिन अंत में, कुछ भी वास्तविक नहीं होता है। क्या आप के साथ भी ऐसा हुआ है ?
हम सब चाहते हैं, कि यदि हम परमेश्वर के साथ संबंध बनाना हैं, तो वह कुछ ऐसा हो जो वास्तविक है, कुछ ऐसा जिसका कुछ अर्थ है, कुछ ऐसा जो विशेष रूप से कठिन समय में काम करता है।
मुझे हाल ही में मेरे एक प्रिय मित्र, का जो अफ्रीका में 40 से अधिक वर्ष से मिशनरी हैं एक ईमेल प्राप्त हुआ। उसने कहा:
“मैं दो अनुभव बताना चाहता हूं जहां परमेश्वर को मुझसे विश्वास की आवश्यकता थी। जब हम तंजानिया पहुंचे तो जॉय इन द हार्वेस्ट [वह सेवकाई जिसका वह नेतृत्व करते हैं] के पास बैंक में $3,000 थे। कुछ सप्ताह बाद, दस हजार भूखे शरणार्थी किगोमा पहुंचे। मैं जानता था कि परमेश्वर हमसे क्या करवाना चाहता है। विश्वास में, हमने अपना सारा पैसा शरणार्थियों के लिए भोजन खरीदने में लगा दिया। जब आप विश्वास के कटे-फटे किनारे पर होते हैं तो हमेशा आपका एक हिस्सा डरा हुआ महसूस करता है। लेकिन आप का दूसरा हिस्सा जानता है कि कुछ बहुत अच्छा हो रहा है। मेरा विश्वास बढ़ गया था और मुझे विश्वास था कि परमेश्वर हमें वह सब कुछ प्रदान कर सकता है जिसकी हमें आवश्यकता है। परमेश्वर चाहता है कि हमारा संबंध और उसमें विश्वास वास्तविक हो।”
और वहीं कुंजी है। हम चाहते हैं कि परमेश्वर के साथ हमारा संबंध वास्तविक हो, लेकिन ऐसा होने के लिए, हमारा विश्वास वास्तविक होना चाहिए। इसलिए बाइबल मे लिखा है …
मत्ती 6:6 परन्तु जब तू प्रार्थना करे, तो अपनी कोठरी में जा; और द्वार बन्द कर के अपने पिता से जो गुप्त में है प्रार्थना कर; और तब तेरा पिता जो गुप्त में देखता है, तुझे प्रतिफल देगा।.
जब आप “विश्वास के उखड़े हुए किनारे” पर हों, तो वास्तविक बनें।
यह परमेश्वर का ताज़ा वचन है। आज आपके लिए…