... helping you be all that God made you to be, because He plans on shining His light into this world through you.

Berni - ceo, Christianityworks

विश्वास सुनने से आता है।

We're glad you like it!

Enjoying the content? You can save this to your favorites by logging in to your account.

Register or Login

Add to Favourites

रोमियो 10:17 संदेश सुनने से विश्‍वास उत्‍पन्न होता है और जो सुनाया जाता है, वह मसीह का वचन है।

Listen to the radio broadcast of

विश्वास सुनने से आता है।


Download audio file

ऐसा क्यों है कि बच्चों को अपने माता-पिता और शिक्षकों द्वारा बार-बार प्रोत्साहित और डांटने की आवश्यकता पड़ती है, ताकि वे अपने आप में एक स्वस्थ आत्मविश्वास विकसित कर सकें और समाज का एक हिस्सा बन सकें? जी हाँ! बार बार। लेकिन ऐसा क्यों है?

मेरे विचार से यह एक अच्छा सवाल है। ऐसा क्यों नहीं होता कि आप उन्हें केवल एक बार कुछ बताएं और वे उसे सदा याद रखें ? कोई भी जो माता-पिता हैं, वे यह जानते हैं कि बच्चों को एक ही बात लाखों बार बताने की हताशा क्या होती है! वे क्यों नहीं सुनते ?!

तो ज़रा सोचिए कि परमेश्वर आपके और मेरे जैसे लोगों के लिए कैसा महसूस करते होंगे; वही निराशा की भावना! … आखिर यह लोग मेरी बात क्यों नहीं सुनते?

वैसे परमेश्वर! यह एक अच्छा प्रश्न है, हम क्यों नहीं सुनते? जवाब है… क्योंकि हम सुनते नहीं हैं।

रोमियो 10:17 संदेश सुनने से विश्‍वास उत्‍पन्न होता है और जो सुनाया जाता है, वह मसीह का वचन है। 

परमेश्वर के बहुत से लोगों के लिए इसका उत्तर दोहरा है। सबसे पहले तो, वे कभी भी अपनी बाइबल नहीं खोलते हैं और दूसरी बात, जब वे ऐसा करते हैं (या जब वे कोई संदेश सुनते हैं) तो वे परमेश्वर के वचन को अपने हृदय में ग्रहण नहीं करते।

कल हमने अपने विश्वास को कमजोर करने के लिए अविश्वासियों से खुद को प्रभावित होने देने के खतरों के बारे में बात की थी। खैर, यहाँ उस सिक्के का दूसरा पहलू है। परमेश्वर की आवाज़ को सुनना, उनके वचन को अपने हृदय में ग्रहण करना, हमारे विश्वास को मजबूत करता और बढ़ाता है।

आज आप किस जगह पर हैं? आपको क्या अधिक प्रभावित करता है? आपके अविश्वासी मित्र, आपके सोशल मीडिया फीड पर चलने वाली बेकार की बातें, या जो कुछ आप नेटफ्लिक्स पर देखते हैं  … या फिर परमेश्वर का वचन? यह एक गंभीर विचार है।

विश्वास सुनने से और सुनना मसीह के वचन से होता है

यह परमेश्वर का ताज़ा वचन है। आज … आपके लिए…।