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समय का अहसास

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भजन संहिता 90:3-6 तू मनुष्‍य को मिट्टी में लौटा देता है; तू यह कहता है, “ओ मानव-पुत्र, लौट जा!” 4तेरी दृष्‍टि में हजार वर्ष भी बीते कल के समान हैं, वे रात के एक पहर के सदृश हैं। तू मनुष्‍यों को बहा ले जाता है; वे मानो स्‍वप्‍न हैं, वे घास के सदृश हैं जो प्रात: काल लहलहाती है: 6वह प्रात: काल फूलती और लहलहाती है, किन्‍तु संध्‍या को मुर्झाकर सूख जाती है।

क्या आपने कभी गौर किया है कि कई बार ऐसा लगता है मानो समय उड़ा जा रहा है, और कभी कभी ऐसा लगता है मानो समय घिसट रहा है? यह कैसे हो सकता है, की समय जो पूर्ण रूप से स्थिर होना चाहिए, कभी तेज और कभी धीमा प्रतीत होता है?

बेशक ऐसा नहीं होता है। यह अहसास इस बात पर निर्भर करता है कि हम जीवन में किस दौर से गुजर रहे हैं, या हमारी परिस्थितियों के बारे में हमारा दृष्टिकोण क्या है। हम जानते हैं कि इस धरती पर हमारा जीवन हमेशा के लिए नहीं रहेगा, लेकिन हम ऐसा व्यवहार करते हैं मानो ये हमेशा के लिए है। कम से कम तब जब हम युवा होते हैं।

और फिर जैसे ही आप अपने साठ और सत्तर के दशक में प्रवेश करते हैं, आप अलग तरह से सोचने लगते हैं। अंत की उपस्थिति आपकी कल्पना से कहीं अधिक तेज़ी से उभरने लगती है। जीहाँ, समय के साथ हमारा एक अजीब रिश्ता है। मूसा ने इसे परमेश्वर से अपनी प्रार्थना में कुछ इस तरह रखा:

भजन संहिता 90:3-6 तू मनुष्‍य को मिट्टी में लौटा देता है; तू यह कहता है, “ओ मानव-पुत्र, लौट जा!” तेरी दृष्‍टि में हजार वर्ष भी बीते कल के समान हैं, वे रात के एक पहर के सदृश हैं। तू मनुष्‍यों को बहा ले जाता है; वे मानो स्‍वप्‍न हैं, वे घास के सदृश हैं जो प्रात: काल लहलहाती है: 6वह प्रात: काल फूलती और लहलहाती है, किन्‍तु संध्‍या को मुर्झाकर सूख जाती है।

दूसरे शब्दों में, जबकि हम इसे इस तरह से नहीं देखते हैं, लेकिन पृथ्वी पर हमारा जीवन क्षणभंगुर है। परमेश्वर के दृष्टिकोण से, एक हजार साल एक दिन की तरह होते हैं। यह तीखा विरोधाभास क्यों?

क्योंकि परमेश्वर हमारे जीवन में होने वाली हर चीज को अपने अनंत काल के दृष्टिकोण से देखता है – बिना शुरुआत या अंत के। और यह सही दृष्टिकोण है क्योंकि मेरा जीवन, आपका जीवन, और इस धरती पर बिताने के लिए हमें जो समय मिला है, जिन चीजों के लिए हम चिंता करते हैं, जिन चीजों के लिए हम परिश्रम करते हैं – यह हमारे पास उस अनंत काल की तुलना में समुद्र में एक बूंद से भी कम है जो हम उसके साथ, उसकी उपस्थिति में बिताने वाले हैं। ये एक अच्छी खबर है। बहुत अच्छी ख़बर।

और यह परमेश्वर का ताज़ा वचन है। आज …आपके लिए…।


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