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सुसमाचार को खामोश नहीं किया जा सकता।

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मत्ती 2:3-6 यह सुनकर हेरोदेस राजा और उसके साथ सारा यरूशलेम घबरा गया। 4तब उसने लोगों के सब प्रधान याजकों और शास्त्रियों को इकट्ठा करके उनसे पूछा, “मसीह का जन्म कहाँ होना चाहिये?” 5उन्होंने उससे कहा, “यहूदिया के बैतलहम में, क्योंकि भविष्यद्वक्‍ता के द्वारा यों लिखा गया है :6“हे बैतलहम, तू जो यहूदा के प्रदेश में है, तू किसी भी रीति से यहूदा के अधिकारियों में सबसे छोटा नहीं; क्योंकि तुझ में से एक अधिपति निकलेगा, जो मेरी प्रजा इस्राएल की रखवाली करेगा।”

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सुसमाचार को खामोश नहीं किया जा सकता।


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इस सुसमाचार को चुप कराना चाहतीं हैं; परमेश्वर के लोगों को उस अवसर से वंचित रखना चाहतीं हैं ताकि वे संसार के लिए परमेश्वर के प्रेम के बारे में बता ना सकें।

उनमें से कुछ शक्तियाँ प्रकाशमय स्वर्गदूतों का रूप धारण करती हैं, जब कि वास्तव में वे अंधकार से भरी होती हैं, जिनकी जड़ें उस दुष्ट में होती हैं जो लोगों को अनंत काल तक परमेश्वर की उपस्थिति में रहने से दूर खींचता है।

और हाँ, मैं हर चीज़ में षड्यंत्र देखने वाला सिद्धांतवादी नहीं हूँ। मैं वही कह रहा हूँ जो बाइबल सिखाती है। यह सब हजारों साल पहले शुरू हुआ था, जब राजा हेरोदेस ने यीशु को एक शिशु के रूप में मारने की कोशिश की थी।

मत्ती 2:3-6 यह सुनकर हेरोदेस राजा और उसके साथ सारा यरूशलेम घबरा गया। 4तब उसने लोगों के सब प्रधान याजकों और शास्त्रियों को इकट्ठा करके उनसे पूछा, “मसीह का जन्म कहाँ होना चाहिये?” 5उन्होंने उससे कहा, “यहूदिया के बैतलहम में, क्योंकि भविष्यद्वक्‍ता के द्वारा यों लिखा गया है 6“हे बैतलहम, तू जो यहूदा के प्रदेश में है, तू किसी भी रीति से यहूदा के अधिकारियों में सबसे छोटा नहीं; क्योंकि तुझ में से एक अधिपति निकलेगा, जो मेरी प्रजा इस्राएल की रखवाली करेगा।”

आप बाकी की कहानी जानते हैं, कि कैसे हेरोदेस ने यीशु की आराधना करने आए बुद्धिमान लोगों को बहकाने की कोशिश की; हेरोदेस द्वारा यहूदियों के दो वर्ष से कम उम्र के सभी लड़कों का वध करने से पहले किस तरह मरियम और यूसुफ बालक यीशु के साथ मिस्र देश को भाग निकले।

शैतान की ये ताकतें शुरू से ही यीशु मसीह के सुसमाचार को खामोश करने की कोशिश कर रही हैं। लेकिन वो ऐसा कर नहीं सकीं। क्योंकि – यीशु की खुशखबरी न तो चुप होगी और न ही हो सकती है।

इसलिए आप चाहे किसी भी विरोध का सामना करें, लोगों को यीशु मसीह में परमेश्वर के प्रेम के बारे में बताने से न डरें।

यह उसका वचन है। आज … आपके लिए… ।