जब आपके पास देने के लिए कुछ नहीं बचा
We're glad you like it!
Enjoying the content? You can save this to your favorites by logging in to your account.
याकूब 5:16 इसलिये तुम आपस में एक दूसरे के साम्हने अपने अपने पापों को मान लो; और एक दूसरे के लिये प्रार्थना करो, जिस से चंगे हो जाओ; धर्मी जन की प्रार्थना के प्रभाव से बहुत कुछ हो सकता है।
क्या आप को कभी इस बात पर शर्मिंदगी महसूस होती है कि दूसरे लोगों की ज़रूरतों को पूरा करने के लिए आप कितना कम दे पाते हैं और, यदि आप एक विश्वासी व्यक्ति हैं, तो परमेश्वर के कार्य के लिए आप क्या देते हैं? दूसरे लोग इतना दे सकते हैं, लेकिन मेरे पास देने के लिए इतना कम है।
हो सकता है कि एक साधन संपन्न व्यक्ति के रूप में, उदारता से देना आपके लिए कभी कोई बड़ी बात नहीं हो। या फिर दूसरी तरफ, आपने इस वास्तविकता का अनुभव किया हो कि आपके पास रोज़ का भोजन जुटाने के लिए पर्याप्त धन नहीं है, रविवार की भेंट में कुछ सिक्के डालना तो दूर की बात है। और मैं आपको बता दूं, यह एक अच्छा अहसास नहीं है।
ऐसी स्थिति के बारे में बात करते हुए एक बार किसी ने कहा था, जिसने मुझे बहुत प्रभावित किया।
हर कोई उस बिंदु पर नहीं है जहाँ वे दे सकते हैं, लेकिन हर कोई उस बिंदु पर है जहाँ वे प्रार्थना कर सकते हैं।
लेकिन! कितनी बार हम प्रार्थना को देने के घटिया विकल्प के रूप में सोचते हैं? हम कितनी बार “मैं आपके लिए प्रार्थना करूंगा” जैसी एक पंक्ति बोल देते हैं, जबकि वास्तव में प्रार्थना करना वो सबसे शक्तिशाली काम है जिसे हम में से कोई भी कभी भी कर सकता है। क्योंकि ऐसा करने के द्वारा, हम इस धरती पर उसकी इच्छा पूरी होते देखने के लिए परमेश्वर के साथ मिल कर काम कर रहे हैं।
परमेश्वर का वचन कहता है।
याकूब 5:16 इसलिये आपस में एक दूसरे के साम्हने अपने अपने पापों को मान लो, और एक दूसरे के लिये प्रार्थना करो, जिस से चंगे हो जाओ।
बिल्कुल, हमें अपने जीवन में पाप से निपटने की जरूरत है। निश्चित रूप से, हमें यीशु में अपने विश्वास के द्वारा परमेश्वर के सामने पाप रहित स्थिति में खड़ा होने की आवश्यकता है। और उसका परिणाम यह होगा कि: धर्मियों की प्रार्थना सामर्थी और प्रभावशाली होती है।
कभी भी, कभी भी अपनी प्रार्थना की शक्ति को कम मत समझें।
यह परमेश्वर का ताज़ा वचन है। आज … आपके लिए… ।