बहकावे मे न आयें
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व्यवस्थाविवरण 6:10-12 और जब तेरा परमेश्वर यहोवा तुझे उस देश में पहुंचाए जिसके विषय में उसने इब्राहीम, इसहाक, और याकूब नाम, तेरे पूर्वजों से तुझे देने की शपथ खाई, और जब वह तुझ को बड़े बड़े और अच्छे नगर, जो तू ने नहीं बनाए, और अच्छे अच्छे पदार्थों से भरे हुए घर, जो तू ने नहीं भरे, और खुदे हुए कुंए, जो तू ने नहीं खोदे, और दाख की बारियां और जलपाई के वृक्ष, जो तू ने नहीं लगाए, ये सब वस्तुएं जब वह दे, और तू खाके तृप्त हो, तब सावधान रहना, कहीं ऐसा न हो कि तू यहोवा को भूल जाए, जो तुझे दासत्व के घर अर्थात मिस्र देश से निकाल लाया है।
इस निष्कर्ष पर पहुंचना आसान है कि एक मसीही होने के नाते, यीशु का अनुसरण करना, बुरे समय की तुलना में, अच्छे समय में परमेश्वर का सम्मान करना, बहुत आसान है। जब हम पीड़ित होते हैं, तब की तुलना में जब हम आशीषित होते हैं तो, उनकी स्तुति गाना बहुत आसान होता है। लेकिन मुझे आश्चर्य है कि क्या यह वास्तव में सच है।
निःसंदेह, हम सभी अपने जीवन में दुख के एक छोटे से मौसम की तुलना में आशीर्वाद के एक के बाद एक आने वाले मौसमों को अधिक पसंद करेंगे, आमीन? मेरा मतलब है, यह तो समझ से बाहर है। अपने आप को इस्राएलियों कि जगह रखें – क्या आप मिस्र में दास बनना पसंद करेंगे या वादा किए गए देश में रहेंगे, वह देश जिसमें दूध और शहद की धाराएँ बहती हैं? इसका कोई मेल ही नहीं है।
परन्तु जब इस्राएली प्रतिज्ञा किए हुए देश की दहलीज पर खड़े हुए, और जब परमेश्वर ने उन सब आशीषों के विषय जो उन को दी थीं, बताया , तो उस ने उन्हें चेतावनी भी दी:
व्यवस्थाविवरण 6:10-12 और जब तेरा परमेश्वर यहोवा तुझे उस देश में पहुंचाए जिसके विषय में उसने इब्राहीम, इसहाक, और याकूब नाम, तेरे पूर्वजों से तुझे देने की शपथ खाई, और जब वह तुझ को बड़े बड़े और अच्छे नगर, जो तू ने नहीं बनाए,और अच्छे अच्छे पदार्थों से भरे हुए घर, जो तू ने नहीं भरे, और खुदे हुए कुंए, जो तू ने नहीं खोदे, और दाख की बारियां और जलपाई के वृक्ष, जो तू ने नहीं लगाए, ये सब वस्तुएं जब वह दे, और तू खाके तृप्त हो,तब सावधान रहना, कहीं ऐसा न हो कि तू यहोवा को भूल जाए, जो तुझे दासत्व के घर अर्थात मिस्र देश से निकाल लाया है।
जब आशीर्वाद के बाद आशीर्वाद आपको मिल रहे होते हैं , तो परमेश्वर को भूलना कितना आसान है? कितना आसान है आशीषों से इतना मोहित हो जाना, इतना अनुग्रहकारी, कि हम उस परमेश्वर को भूल जाते हैं जिसने हमें हमारे पापों की दासता से बाहर निकाला ?!
तब सावधान रहना, कहीं ऐसा न हो कि तू यहोवा को भूल जाए
यह उसका ताजा वचन है। आज .आपके लिए.।