आपका उद्देश्य
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भजन संहिता 138:7,8 चाहे मैं संकट के बीच में रहूँ तौभी तू मुझे जिलाएगा, तू मेरे क्रोधित शत्रुओं के विरुद्ध हाथ बढ़ाएगा, और अपने दाहिने हाथ से मेरा उद्धार करेगा। यहोवा मेरे लिये सब कुछ पूरा करेगा; हे यहोवा, तेरी करुणा सदा की है। तू अपने हाथों के कार्यों को त्याग न दे।
क्या आप विश्वास की राह में कभी डगमगाते हैं? निश्चित रूप से आप परमेश्वर में विश्वास करते हैं, लेकिन कई बार,जीवन के लिए परमेश्वर के उद्देश्य की तुक या तर्क को समझना मुश्किल हो जाता है।
यदि आपका भी ऐसा अनुभव रहा है, तो यकीन जानिए कि आप अकेले नहीं हैं। हम सभी समय-समय पर लड़खड़ाते हैं, क्योंकि तरह तरह के दबाव, बोझ, और जीवन की वास्तविकताएं हमारी दृष्टि को धुंधला कर देती हैं।
वास्तव में आज का वचन आपके द्वारा अनुभव की जा रही किसी भी परेशानी या किसी भी संदेह के बीच में परमेश्वर की ओर से एक शक्तिशाली प्रोत्साहन है।
भजनसंहिता 138:8 यहोवा मेरे लिये सब कुछ पूरा करेगा; हे यहोवा, तेरी करुणा सदा की है।
तू अपने हाथों के कार्यों को त्याग न दे।
यह इस्राएल के राजा दाऊद द्वारा लिखा गया था, जिन्होंने अपने जीवन में कई बार कठिन समय का अनुभव किया। वास्तव में उससे ठीक पहले के पद में, वह यह कहता है:
भजनसंहिता 138:7 Psalm 138:7,8 चाहे मैं संकट के बीच में रहूँ तौभी तू मुझे जिलाएगा, तू मेरे क्रोधित शत्रुओं के विरुद्ध हाथ बढ़ाएगा, और अपने दाहिने हाथ से मेरा उद्धार करेगा।
वास्तव में दाऊद के द्वारा लिखे कई पद मनन से भरपूर हैं, उसका दुखों पर पीछे मुड़कर देखना, ऐसे समय जब उसके जीवन को खतरा था, और परमेश्वर से वह बात करना जो उसने उन कठिन समयों के दौरान सीखी थी। और यहाँ सबसे बड़ा सबक , बार-बार, यह है कि परमेश्वर उस कठिन समय और स्थान पर उसके साथ था। जो वह खुद नहीं कर सकता था, परमेश्वर कर सकता था। जब वह भटक जाता था, तब भी परमेश्वर उसके साथ था।
और जब उसने स्वयं को इस्राएल का राजा बनने के लिए परमेश्वर की योजना पर ध्यान केंद्रित करना कठिन पाया, तो वह जानता था कि परमेश्वर अपनी योजना को नहीं भूला था।
याद रखें। परमेश्वर आपको बचाएगा, वह आपके लिए अपने उद्देश्य को पूरा करेगा, तब भी जब आप अपने मार्ग में डगमगाने लगें। वास्तव में, उस समय खास तौर पर। क्योंकि उसकी करूणा सदा की है।
यह परमेश्वर का ताज़ा वचन है। आज …आपके लिए..।